हरियाली
हरियाली
पेड़ लगाओ, धरती बचाओ
पेड़ों को यूं कांटकर
धरती का ना विनाश करो।
ऐसे भी कभी दिन थे
जब चारों ओर हरियाली थी
खेत-खलिहानों और पहाड़ों पर
हरियाली की चादर थी।
स्वार्थ ना सिर्फ देखो अपना
दुसरों का भी विचार करो
धरती पर है जीव अनेेक
उन्हें ना तुम नष्ट करो।
पेड़ लगाकर तुम
अपना भी कुछ योगदान दो
पेड़ों को तुम कांटकर
धरती का ना नाश करो।
अपना स्वार्थ अगर देखोगे
तो खुद का विनाश कर बैठोगे
लालसा को अपनी परे रखकर
पर्यावरण को सुुरक्षा दो।
