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Kumar Vikash

Abstract

5.0  

Kumar Vikash

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ह्रदय परिवर्तन

ह्रदय परिवर्तन

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जब पाप के पहाड़ को

बस एक पुन्य धो देता है ,

तो पुन्य के पहाड़ को

एक पाप कैसे नष्ट कर देता है ,

यह इन्सान के ह्रदय का

परिवर्तन ही तो है ,

जो पल में इन्सान के

किये पाप को पुन्य ,

और पुन्य को पाप में

बदल देता है !!


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