ह्रदय परिवर्तन
ह्रदय परिवर्तन
जब पाप के पहाड़ को
बस एक पुन्य धो देता है ,
तो पुन्य के पहाड़ को
एक पाप कैसे नष्ट कर देता है ,
यह इन्सान के ह्रदय का
परिवर्तन ही तो है ,
जो पल में इन्सान के
किये पाप को पुन्य ,
और पुन्य को पाप में
बदल देता है !!
