हर पल अब तेरा है...
हर पल अब तेरा है...
जिंदगी की हर मुश्किल में तूने
रस्ते निकाले है,
तो आज क्यूँँ आंसू लिए खडा है ...
यहां अपनों ने धोखे दिये है,
तो गैरो से क्यों डर रहा है ...
चल चला चल,
हर मुश्किल तेरी है,
रास्तें तो निकल आयेंगे
तू क्यो खडा है ...
देना तेरी जिंदगी है,
तू बस देता जा,
कौन तुझे क्या देगा
इस उलझन में क्यो पड़ा है ...
छुपा ले अपने आंसुओं को,
हर सुबह अब तेरी है,
क्या किसी से मांगना,
आने वाला हर पल अब तेरा है ...!
