होली के हंसगुल्ले
होली के हंसगुल्ले
फेमिली प्लानिंग का नारा
हम दो और हमारा एक
दिखाने लगा असर .....
भंग की तरंग में
गोरी रोये और चिल्लाये ....
हाय मेरी सासू ...
मेरे संग किया क्यों
यह अत्याचार
न मोरा देवर
न मोरी ननद
किसके ऊपर मैं करूँ
रंगों की बौछार
किसके संग
मैं करूँ हँसी ठिठोली
किसके संग खेलूँ फाग।
