होली है
होली है
हर गली वृंदावन लगी, हर चौराहा बरसाना।
ऐसी खेली होली कि,
हर बाला राधा लगी हर बाल अपना गोपाला।
######
रंगों में डूबकर जब-जब फगुआ आता है।
हर घर की शाम को अलविदा कर फिर जाता है।
########
होली ने रंगत बढ़ाई रंगों की महत्ता बताई।
रंगों से परहेज मिटाने हर साल होली आई।
