Jalaj Dubey
Romance
हमसे ना हो सका
यूँ बेइंतहा इतंज़ार
बेवजह ही मलाल
हमसे न हो सका
सिर्फ एक तेरा ही ख़याल
सो जो बिखरता था
बिखर जाने दिया
ये टूटे दिल का इलाज
हमसे ना हो सका।
हमसे ना हो सक...
ख़ुमारी
तन्हाई
आफ़ताब
अब तो इंतजार के आंसू भी मेरी पलकों में आकर सूख गए, अब तो इंतजार के आंसू भी मेरी पलकों में आकर सूख गए,
राधा रानी के संग होली खेले केशव को गोपी देखो घेरे घेरे राधा रानी के संग होली खेले केशव को गोपी देखो घेरे घेरे
होंठों के हिलने को निहारा करके मैं, तेरी पलकों का जमके दीदार करूँ !! होंठों के हिलने को निहारा करके मैं, तेरी पलकों का जमके दीदार करूँ !!
हो हमसफ़र से ओझल चुपके से एक रूमाल थमा गई। हो हमसफ़र से ओझल चुपके से एक रूमाल थमा गई।
साथ तेरा हो हाथ तेरा हो , जीवन से कोई ग़िला नहीं । साथ तेरा हो हाथ तेरा हो , जीवन से कोई ग़िला नहीं ।
*अ* भी-अभी तो मिली सजन से, *आ* कर मन में बस ही गये। *अ* भी-अभी तो मिली सजन से, *आ* कर मन में बस ही गये।
प्यारा सा पारस कोई हमारे संपर्क में आ पाये चंचल मन का हमारे कोई चुनाव कर जाये! प्यारा सा पारस कोई हमारे संपर्क में आ पाये चंचल मन का हमारे कोई चुनाव कर जाय...
बेशक भूल जाए, ये ज़माना अब मुझको.. सिर्फ़ इक तेरा, बस अब मैं ख़ास हो जाऊँ.....!! बेशक भूल जाए, ये ज़माना अब मुझको.. सिर्फ़ इक तेरा, बस अब मैं ख़ास हो जाऊँ......
देखो कैसे वो कबूतर जोड़ा हरी हरी घास पर टहलने लगा है सुनो पंडिताइन दिन ढलने लगा है देखो कैसे वो कबूतर जोड़ा हरी हरी घास पर टहलने लगा है सुनो पंडिताइन दिन ढलने ल...
तुम बिन सावन का हर रंग केवल पीड़ा दे रहा था, फैली थी चारों और उदासी सब थे बस प्यार नहीं तुम बिन सावन का हर रंग केवल पीड़ा दे रहा था, फैली थी चारों और उदासी सब थे बस प्...
आया फाल्गुन है हौले हौले चढ़ा नशा है धीरे धीरे ! आया फाल्गुन है हौले हौले चढ़ा नशा है धीरे धीरे !
फिर हौले से मुस्कराना, सच मुझे सब पसंद है मुझे तुम पसंद हो। फिर हौले से मुस्कराना, सच मुझे सब पसंद है मुझे तुम पसंद हो।
कभी-कभी बंद निगाहें भी, मन की खिड़की खोलती है। कभी-कभी बंद निगाहें भी, मन की खिड़की खोलती है।
तकदीर में मेरी वो ना हो अगर.... रूह में तो समाये है मेरी मगर तकदीर में मेरी वो ना हो अगर.... रूह में तो समाये है मेरी मगर
न लिखूँ कोई शेर, कविता, न बहाऊं अब कोई गीतों की सरिता, गजलों की दुनिया से रिश्ता तोड़ दूँ, न लिखूँ कोई शेर, कविता, न बहाऊं अब कोई गीतों की सरिता, गजलों की दुनिया से ...
मै सोता हूं वो जागती है दुआ मेरे लिए वो मांगती है! मै सोता हूं वो जागती है दुआ मेरे लिए वो मांगती है!
बहूत हूँ चाहता उसको, उसे ये कह नहीं सकता लबो पर नाम है लेकिन, जुबा से ले नहीं सकता। बहूत हूँ चाहता उसको, उसे ये कह नहीं सकता लबो पर नाम है लेकिन, जुबा से ले नहीं...
इन लफ़्ज़ों में छुपाए हैं मैंने बस और नहीं कुछ अब कहना चाहती हूं। इन लफ़्ज़ों में छुपाए हैं मैंने बस और नहीं कुछ अब कहना चाहती हूं।
फागुनी बयार में, रंगों की बहार बौछार में, आओ पिया हम खेलें प्रेम के रंगों की होली, फागुनी बयार में, रंगों की बहार बौछार में, आओ पिया हम खेलें प्रेम के रंगों की ...
यूं अलग-अलग घरों में पड़े रह कर तड़पना अब तो खलने लगा है जी। यूं अलग-अलग घरों में पड़े रह कर तड़पना अब तो खलने लगा है जी।