हमने देखा क्या क्या ..
हमने देखा क्या क्या ..
हल्की हल्की मुस्कुराहट से शुरू हुआ था साल
सब खुश थे इस साल
दशक का आखिरी था २०२० साल ।
आइए चलिए ! देखते हैं साल का सफर .....
एक महामारी से सब तबाह होते देखा
अपने घर की ओर भटकते सबको देखा
देश के खूबसूरत सितारों को दुनिया से जाते देखा।
लॉकडाउन देखा, कर्फ्यू देखा
सेनेटाइजर और मास्क का काम देखा
2 गज दूरी पर खड़ा इंसान देखा ।
थाली की गूंज की ताकत को देखा
जलते दिए की लो को देखा
एकता में अनेकता को देखा।
स्कूल , कॉलेज , ऑफिस बंद देखा
बच्चों को स्कूल याद करते देखा
ऑनलाइन क्लास का जादू देखा ।
बच्चों का बचपन छीनते देखा
अपनो को दूर होते देखा
पास आने पर मरते देखा।
चार कंधों के लिए लाशों को तरसते देखा
ऑक्सीजन की कमी को देखा
सांसें उधार लेता इंसान देखा।
हमने अंग्रेजी शब्दों का जादू देखा
घर से होता काम देखा
इंसान को पहली दफा रोते देखा ।
दिल्ली शहर कबूतरों का होते देखा
सपनों की नगरी में नाचता मोर देखा
नीला साफ आसमां देखा ।
डॉक्टरों को रोते देखा
हॉस्पिटलों से सबको दूर होते देखा
श्मशानों में वेटिंग को देखा।
देखो तो चंद दिनों में हमने क्या क्या देखा !!
