हमारे सैनिक
हमारे सैनिक
सैनिक सिर्फ वो लोग नहीं, जो सीमा पर लड़ जाते हैं
सैनिक हर वो इंसान है, जो देश के लिए कुछ कर जाते हैं।
मिट्टी का जन्मा, मिट्टी में खेला, मिट्टी में वो मिल जाता है,
अपनों के मोह से जुदा होकर,अपनी मिट्टी को अमर कर जाता है।
धूप न देखे, बरसात न देखे, आंधी तूफान को रख किनारे,
गजब का जोश भरा है उसमें, दुश्मन को बस डटकर ही पछाड़े।
बात न हो कुछ देर अपनों से, हम ईधर उधर भटकते हैं,
कितना हौसला है उनमें, जो खुशियों को अपनी न्योछावर कर जाते हैं।
मौत से होता है पल पल सामना, फिर भी वो नहीं डरते हैं,
रहते हैं सुकून से अपने घरों में हम, क्योंकि हमारे खातिर वो लड़ते हैं।
नाम तक नहीं जानते हम उनके क्योंकि टीवी पर नहीं दिखते हैं,
हीरो हैं असल वो हम सबके, क्योंकि शहीद होकर वो जाते हैं।
दुश्मन के घरों में घुसकर, उन पर वार जब वो करते हैं,
तिरंगे की लाज रखकर, सीना गर्व से चौड़ा हमारा करते हैं।
नाम पाने की लालसा न रखकर, शहीद होने की इच्छा रखते हैं,
हैं जवान ऐसे अपने, जो सिर्फ और सिर्फ देश के लिए ही जीते हैं।