हमारे आदर्श पिता
हमारे आदर्श पिता
सरकारों से सजाया,
आदर्शों से गढ़ा ।
और अनुशासन के मेल से ,
बनाया मजबूत घड़ा ।
ठोक पीट कर ,कभी ,
अंतर हाथ सहार कर ,
एक अनुभवी गुरु की तरह ।
कभी मित्र, कभी सहायक ,
कभी हमदर्द ,कभी हमराज ,
और कभी हमराह बनकर ।
एक सम्पूर्ण व्यक्तित्व का निर्माण किया ,
एक कुशल निर्माता बनकर ।
हर तरह की कठिन परिस्थितियों से ,
लड़ते हुए आत्म निर्भर बनना सिखाया।
अपने बल पर अपनी पहचान बनाने का ,
हुनर भी तुमने सिखाया ।
कामयाब व्यक्ति के साथ इंसानियत का ,
धर्म भी तुमने सिखाया ।
कैसे होते है वास्तव में एक आदर्श पिता ,
यह तुमने अपनी मिसाल देकर दर्शाया ।
तुमने यह साबित कर दिया हे पिता !
आदर्श माता पिता ही आदर्श संतान की ,
रूप रेखा गढ़ सकते हैं।
देकर अति उत्तम परवरिश संतान को ,
एक महान इंसान अपने जैसा बना सकते हैं।
वाकई आदर्श पिता तो तुम्हारे जैसे ,
महान पिता ही हो सकते हैं।
आपको हमारा शत शत नमन