I am post graduate in Hindi lit from Devi ahilya university Indore and ,B.Ed from kurukshetrs university hariyana ।I love writing a poems and reading also others great writers books and novels .
क्यों न हो इनकी इतनी मिजाज पुरसी, क्यों न हो इनकी इतनी मिजाज पुरसी,
नादान था ,मासूम था, बेचारा , उसके दोगले पन को न समझ सका । नादान था ,मासूम था, बेचारा , उसके दोगले पन को न समझ सका ।
ईश्वर से इससे मुक्ति की प्रार्थना करते है अब और कोई चाह नहीं। ईश्वर से इससे मुक्ति की प्रार्थना करते है अब और कोई चाह नहीं।
असत्य कपटी है , सत्य निष्कपट है । असत्य कपटी है , सत्य निष्कपट है ।
जोड़े जो दिलों को एक दूजे से, ऐसी कुशलता भी तुझी में है जोड़े जो दिलों को एक दूजे से, ऐसी कुशलता भी तुझी में है
हर तरफ आनंद ही आनंद है मगर , एक कसक / दर्द भी देती है बारिश । हर तरफ आनंद ही आनंद है मगर , एक कसक / दर्द भी देती है बारिश ।
क्या कहूं बहुत याद आते हो तुम ए रफी ! जब भी बरसता है तेरी यादों का सावन। क्या कहूं बहुत याद आते हो तुम ए रफी ! जब भी बरसता है तेरी यादों का सावन।
एक सम्पूर्ण व्यक्तित्व का निर्माण किया , एक कुशल निर्माता बनकर । एक सम्पूर्ण व्यक्तित्व का निर्माण किया , एक कुशल निर्माता बनकर ।
मां ! मेरी प्यारी मां, इस जहां में तुझसा कोई कहां। मां ! मेरी प्यारी मां, इस जहां में तुझसा कोई कहां।
भुगतने होगा अपना गुनाह,यही अंजाम रह गया। भुगतने होगा अपना गुनाह,यही अंजाम रह गया।