“हमारा हाल”
“हमारा हाल”


हमारा हाल भी कुछ ऐसा है,
न जागते है न सोते है,
बस आपके ही ख्यालों के,
ख्यालों में हम रहते है,
नींद भी तब आती है,
जब पहले सपने आते है,
बस आपके ही सपनो के,
सपनों में हम रहते है,
ये जीना भी क्या जीना है,
इससे बहतर तो मरना है,
पर मरे भी तो हम मरे कैसे,
आपकी बाँहों में जो मरना है,
पर मरे भी तो हम मरे कैसे,
आपकी बाँहों में जो मरना है।