STORYMIRROR

Geeta Upadhyay

Inspirational

4  

Geeta Upadhyay

Inspirational

हमारा देश आगे बढ़ा है

हमारा देश आगे बढ़ा है

1 min
23.6K

बेवजह उनके रुख तिलमिलाए हैं

अब तो चीटियों के भी पर निकल आए हैं 

चाइना पाक नेपाल गर बाज ना आए तो

हिंद गरज कर नहीं बरस कर दिखाएगा

पानी सर से ऊपर आने लगा है

विश्वासघातीयों को उनकी सही औकात दिखाएगा

कैसे-कैसे बे मौसमी मेंढक निकलते हैं

लाल किले पर परचम लहराने की बात करते हैं

दुश्मनी का बदला लेना हमें भी बखूबी आता है

पर बेकसूरों को ना मिले बिना जुर्म सजा

ये हमारा मज़हब सिखाता है


देखो कैसे पुलवामा दोहराने की साज़िश

नाकाम हो गई 

विस्फोटक लिए 60 फुट ऊंची उड़ी सेंट्रो 

चिथड़े चिथड़े बनकर कहीं गुमनाम हो गई 

हमने तो तुम्हें तुम्हारे घर के भीतर घुसकर

उड़ाया है 

और देखो अब गीदड़ शहर की ओर आया है 

तुमने हमारे देश में घुसने की हिमाकत की है

जान लो अब खुद ही आफत मोल ली है 

ड्रैगन तेरी सारी साजिशें भी बेनकाब हो गई 

लद्दाख में जंग की तैयारी भी अब सरेआम हो गई  

महासागरों ऊंचे शिखरों को निगलने की

ताक में लगा है

 

तेरी दोस्ती तो सिर्फ दगा है

करो ना जैसा जैविक हथियार सारी दुनिया के

सर मंडा है

हम भी नहीं है इतने खोखले हमारे सीनों में भी

बारूद भरा है 

हिंसा की डगर तो आसान है पर

हमारी संस्कृति पर तो संस्कारों का रंग चढ़ा है

विश्व में सत्य अहिंसा प्रेम शांति का संदेश लेकर 



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational