हम से नहीं हुआ
हम से नहीं हुआ
हमसे नहीं हुआ कभी किसी अपने से उधार माँगना,
जितनी चादर है हमारी उससे ज्यादा पैर पसारते नहीं,
कभी किसी की खातिर भी हम उधार लेते नहीं,
कम है तो कम में ही गुजारा कर लेते है हम,
हम जेब से चाहे गरीब ही सही पर दिल से काफी अमीर है,
हर अपने बेगाने की दी हुई अशीर्वाद की दौलत भरपूर है,
दुआएं अपनो की हर पल हमारे साथ रहती है,
हमसे नहीं हुआ कभी किसी का दिल दुखाना।
हमसे नहीं हुआ किसी से अपनी दोस्ती को तोड़ना,
दर्द भी कोई दे देता है तो मुस्कुरा देते है हम,
चार अप शब्द भी बोल देता है तो चुप रह जाते है हम,
हमसे नहीं हुआ किसी से झगड़ा करना शांति से जीवन जीते है हम,
हमसे नहीं हुआ हमसे नहीं हुआ वो बस अपनी मर्ज़ी के मालिक है हम।