हम पर कृपा बरसाइये
हम पर कृपा बरसाइये
श्री गणेश जी की वंदना
सद्गुण सदन मंगल भरण
शुभ करण को सब ध्याइये !
जय जय गजानन लाल
गिरिजा जी के नंदन के
सदा गुण गाते जाइये !
गज बदन सुंदर सुख दाता
भाल तिलक त्रिपुंड है
राजत गले मुक्तन की माला पहनाइए !
सुगंधित फूल और
पाणि पुस्तक मोदकं और तन
पीतांबर से शोभितम् कीजिये!
कर बद्ध मस्तक को झुका
करते सभी तव वंदनम्
पद प्रदीक्षण करते जाइए !
तेज बल और बुद्धि के देव
मैं हूँ अधम अज्ञानी प्रभु
मुझ पर दया अब कीजिए !
भक्ति और शक्ति तनिक
प्रभु दिनबंधु कष्ट नाशक
आप हमको ज्ञान दीजिए !
