हिंदुस्तान का सत्कार करो
हिंदुस्तान का सत्कार करो


हिंदुस्तान का सत्कार करो,
भारत माँ की जय-जय कार करो
जिस पवित्र भूमि में जन्मे हो,
उसका तुम आभार करो
हिंदुस्तान का सत्कार करो।
जिस भूमि में हम जन्मे हैं
वो है महान,
वीरों के हाथों में है जहाँ की
पवित्र कमान,
भेद-भाव का जहाँ नहीं है स्थान
उस भूमि का तुम आभार करो,
हिंदुस्तान का सत्कार करो।
जिस भूमि की रक्षा के लिए दिये
गये हैं कई बलिदान,
वेदों की शिक्षा है जहाँ है
पुराणों का मान
किया जाता है जहाँ हर
भाव का सम्मान,
उस भूमि का तुम आभार करो,
हिंदुस्तान का सत्कार करो।
अद्भुत हैं तीर्थ स्थल जहाँ के,
हैं कलाएँ भी अनंत जहाँ,
जहाँ सदियों से बह रही है
शहीदों की स्मारक सी नदियाँ,
उस भूमि का तुम आभार करो,
हिंदुस्तान का सत्कार करो।
भीम-अर्जुन से योद्धा भी जन्मे जहाँ,
स्त्रियाँ पुरुषों के समान हैं जहाँ,
स्वतंत्र है हर दिल जहाँ,
उस भूमि का तुम आभार करो,
हिंदुस्तान का सत्कार करो।