हिंदी
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हमारी ज़ुबान हमारी पहचान है,
हिंदी भारत राष्ट्र का गौरव सम्मान है,।।
भाषा एक सूत्र का काम करती है,
ये राष्ट्र को एक धागे में पिरोए रखती है,।।
अनेकों सूनी है बोली,
पर ना मिल सकी हिंदी सी मीठी दूसरी बोली,।।
किसी भी देश में बस जाना,
अपनी मिट्टी अपनी भाषा ना भूल जाना,।।
गुलामी की बेड़ियों को राष्ट्र भाषा ही तोड़ सकती है,
भाषा ही जज्बातों की अभिव्यक्ति का माध्यम बनती है,।।
हिन्द के माथे का तिलक है हिंदी है,
क,ख, ग से परे भी एक अद्भुत भाषा है हिंदी,।।
भाषा बोली के आधार पर कई राष्ट्र को मैंने बिखरते देखा है,
मैंने अपने राष्ट्र को हिंदी भाषा के बल पर संवरते देखा है,।।
राजा राम मोहन राय ने इसे भाषा नहीं भावना कहा था,
नेहरू ने हिंदी भाषा में हिन्द की गाथा को लिखा था,।।
मातृ भाषा का तिरस्कार कभी ना करना,
अपनी भाषा को अपना स्वाभिमान समझना,।।
देश छोड़ कर अपना हम परदेस में बस गए,
पहन कर परदेसी चोला हम अपनी संस्कृति भूल गए,।।
गीत सुने थे परदेसी बोली में भी,
मैंने जज्बात गूंजते सुने थे हिंदी बोली में भी,।।
काग़ज़ पर किसी ने हिंदी लिखा था,
गजब की बात है हिन्दी में हिन्द शब्द छुपा था,।।
सीख लो बेशक बोलीयां हजार,
अपनी भाषा का ना छोड़ना हाथ,।।