हिंदी पर गर्व
हिंदी पर गर्व


जब हिंदी है देश की आन
तो क्यूँ नहीं देश की शान
जब भारतीय होना है अभिमान
तो हिंदी बोलने में क्यूँ नहीं मान
जब दिल-खोलकर यहाँ का खाना है खाते
तो क्यूँ नहीं हिंदी भाषा को दिल से अपनाते
जब यहाँ के त्यौहार में घुल-मिल है जाते
तो क्यूँ नहीं हिंदी को बोली में है शामिल करते
जब हर साल है बनाते इसका पर्व
तो क्यूँ नहीं करते हिंदी पर गर्व।