वो भाषा नहीं परिभाषा है वो भाषा नहीं परिभाषा है
जब हर साल है बनाते इसका पर्व तो क्यूँ नहीं करते हिंदी पर गर्व। जब हर साल है बनाते इसका पर्व तो क्यूँ नहीं करते हिंदी पर गर्व।
जब सब को है हिंद से प्यार तो क्यूँ नहीं हिंदी से प्यार ! जब सब को है हिंद से प्यार तो क्यूँ नहीं हिंदी से प्यार !