हिन्दी ओज कविता- लेकर रहेगा हि
हिन्दी ओज कविता- लेकर रहेगा हि
अब दिन गिन तू पाकिस्तान ।
पीओके लेकर रहेगा हिंदुस्तान ।
मत कर लोगो तू परेसान ।
बचा न पाएगा गिलगिट ब्लूचिस्तान ।
चाहे तू जितनी शेखिया बघारले ।
गला फाड़ के जितना चाहे चिल्ला ले ।
खुद जाएगा तेरा कब्रिस्तान ।
हिन्द जवान हिम्मतवाले है ।
महाबली छाती छप्पन इंची वाले है ।
मीट जाएगा तेरा आतंकिस्तान ।
नक्सा भारत बादल गया अब ।
छूटा हिस्सा सिमट गया अब ।
दुनिया झूठ पकड़ा गया झूठीस्तान ।
सेना हिन्द की अब जाग चुकी है ।
लेकर रहेंगे बदला लग आग चुकी है ।
बचो पहले अपनी आवाम खींचीतान ।
क्यो सीमा रोज गोलियां बरसाते हो ।
बेगुनाहों जान बेजा क्यो मरवाते हो ।
मिटा देगा भारत तेरा नामोनिशान ।