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Dr.Purnima Rai

Inspirational

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Dr.Purnima Rai

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हिन्दी का पूजन पग-पग है!!

हिन्दी का पूजन पग-पग है!!

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हिन्दी से तन-मन खिल जाए।

हिन्दी से सब गम मिट जाए।।

हिन्दी भाषा अजर अमर है;

हर भाषा में घुल-मिल जाए।।

स्वर व्यंजन हम जब लिखते हैं।

दीप दिलों में तब जलते हैं।।

हिन्दी भाषा के गौरव से ;

विश्व पटल पर जन सजते हैं।।

भाषा को सम्मान दिलाएं।

बाल युवा वृद्ध को पढ़ाएं।।

हिन्दी को समृद्ध करें सभी;

भारत का आँगन महकाएं।।

बोल खड़ी बोली के कहते।

हिन्दी भाषी दिल में रहते।।

भाषा पर अधिकार जमा कर;

नदिया की धारा सा बहते।।

नवरस मीठा गान सुनाएं।

जीने का अरमान जगाएं।।

भाषा की दीवार तोड़कर;

हिन्द-प्रेम से भवन बनाएं।

ज्यों चाँद "पूर्णिमा" जग-मग है।

त्यों हिन्दी भाषा रग-रग है।।

महादेव के वंदन जैसा;

हिन्दी का पूजन पग-पग है।।



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