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Manik Nagave

Inspirational

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Manik Nagave

Inspirational

हिंदी भाषा

हिंदी भाषा

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हिंदी भाषा जनमानस की

संस्कृत से जन्मी है तू।

इसलिए तू हमारी भाषा है,

देवनागरी में लिपीबद्ध है तू।


समझने में आसान है तू,

बोलने में भी सहज है तू ।

भाव अपना प्रकट करते है,

आदान प्रदान की भाषा है तू।


साहित्य भी तेरा प्रचुर मात्रा में

उभरी है तू साहित्यिकों से

लायी सामाजिक परिस्थिति,

सामने सबके अपनी कलम से


तू है जैसे माथे की बिंदी,

शोभायमान सबको करती।

लचक है तेरी लिखावट में ,

सुंदर तेरा रुप सलोना दिखाती


राजभाषा का स्थान मिला है,

दिखती सरकारी कागजों में।

पढ़ते हैं तुझे बड़े चाव से,

बच्चे सारे अपने स्कूलों में।


करना संवर्धन तेरा बहना,

काम हमारा जरूरी है ।

नहीं कहेंगे अलविदा तुझको

आगे तुझे हमें बढ़ाना है।


करेंगे प्रसार तेरा दिल से,

महानता तेरी समझायेंगे।

भारत के साथ दुनिया में,

तेरी ही प्रशंसा हम गायेंगे।



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