हौसला
हौसला
कुंची में रंगों को भर कर ज़रा,
आसमाँ को सराबोर तो करो यारों,
क्या नहीं हो सकता, है अगर हौसला,
आसमाँ को जीतने का यारों।
तुम्हारे रंगों की फुहारों से,
फरिश्ते भी हो जाएं सराबोर यारों।
आज आसमाँ को इंसानी,
इंद्र धनुषी रंगों से सजा दो यारों।
है रब भी उन्हीं का देता साथ,
हो हौसले बुलंद जिनके यारों।
