हाल-ऐ-दिल के मसले बड़े पेचीदा ( Alt Lyrics: Ek Ladki ko dekha to aisa laga)
हाल-ऐ-दिल के मसले बड़े पेचीदा ( Alt Lyrics: Ek Ladki ko dekha to aisa laga)
Original Lyrics : एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा
गीतकार : जावेद अख्तर
संगीतकार : राहुल देव बर्मन
गायक : कुमार शानू
My Version Title : हाल-ऐ-दिल के मसले बड़े पेचीदा
हाल-ऐ-दिल के मसले बड़े पेचीदा
कोई अँधा कुआँ
कोई मिटता धुआं
कोई धुनी रमी
कोई बीती नमी
कोई आती लहर
कोई गाती सहर
कोई रह रह के हों जैसे बेताबियाँ
१)
हाल-ऐ-दिल के मसले बड़े पेचीदा
कोई भूली गली
कोई सूखी कली
कोई झूठी आस
कोई टूटी सांस
कोई लम्बी सड़क
कोई सूना फलक
कोई रह रह के चुभती नाकामियाँ
२)
हाल-ऐ-दिल के मसले बड़े पेचीदा
कोई अटका सा पल
कोई भटका सा कल
कोई छलका सा जाम
कोई भूला सा काम
कोई नाराज़गी
कोई आवारगी
कोई मीठी मीठी सी बेईमानियाँ