गुरु महिमा
गुरु महिमा
अज्ञान अंधेरे से दूर कर ज्ञान नेत्र देने वाले ,
गति सदगती का भेद समझाने वाले ,
भाव सागर से डूबते को पार लगाने वाले ।
ऐसे गुरुवर को हमारा शत शत नमन ॥
जिसने सदा ही दी पालना ,
सत्य असत्य के फ़र्क़ को समझा राह दिखाई सदा सही ,
कभी माँ बने , कभी पिता बने ,
कभी सखा बनकर दी हमेशा ही सीख हमें
जब भी भटके अपने कदम गुरुवर थामा तुमने हमें,
गुरु का महत्व समझाने वाले सही राह दिखलाने वाले ,
ऐसे गुरुवर को सत सत नमन ॥
आज जो भी बोलूँ में , सोचूँ में सब में नींव तुम्हारी हैं।
गुरु का औहदा इतना बड़ा ईश्वर ने भी स्तुति गाई हैं ॥
