गुमराह
गुमराह
अंधेरी रात में,
अकेला ढूंढ रहा हूं
तेरी याद का सहारा ले के,
फिर वही तलाश
फिर वही आकाश
फिर वही खामोश
कभी ऐसा ना हो
मेरा राह
हो जाये
गुमराह !
अंधेरी रात में,
अकेला ढूंढ रहा हूं
तेरी याद का सहारा ले के,
फिर वही तलाश
फिर वही आकाश
फिर वही खामोश
कभी ऐसा ना हो
मेरा राह
हो जाये
गुमराह !