गर्व मुझे मैं नारी हूँ
गर्व मुझे मैं नारी हूँ


हाँ गर्व मुझे मैं नारी हूँ
अन्नपूर्णा अवतारी हूँ
दानव दुष्ट दलन करने को
करती सिंह सवारी हूँ ।।
मैं प्रचण्ड वेग वायु की
मैं शक्ति तंत्र स्नायु की
मैं विश्व व्यापी व्योम हूँ
मैं सर्व शक्ति ॐ हूँ ।।
मैं सीता जैसी निर्मला
मैं धैर्य जैसी उर्मिला
मैं शांत शकुंतला सी हूँ
मैं उर्वशी सी चंचला ।।
कभी लहलहाती धरा
कभी चहचहाती स्वरा ।।