STORYMIRROR

Sundar lal Dadsena madhur

Abstract Classics Inspirational

3  

Sundar lal Dadsena madhur

Abstract Classics Inspirational

गणतंत्र दिवस पर तीन मुक्तक

गणतंत्र दिवस पर तीन मुक्तक

1 min
309

1. गणतंत्र दिवस

26 जनवरी 1950 को लागू हुआ गणतंत्र सुशासन दिलाने।

तिरंगा प्रतीक बना देश की आन बान शान को बचाने।

संविधान बना हमको सामाजिक,आर्थिक,राजनीतिक न्याय,

समाजवादी स्वतंत्रता प्रतिष्ठा व अवसर की समानता दिलाने।


 2. तिरंगा

केसरिया,सफेद,हरा रंग का तिरंगा मान सम्मान हमारा है।

राष्ट्र की एकता,अखंडता,संप्रभुता का प्रतिमान हमारा है।

चाहे कुछ भी हो जाये,कभी झुकने नहीं देंगे इसे।

देश सर्वोपरि हो,हर परिस्थिति में ये अभिमान हमारा है।


 3. मेरा भारत

मेरे सपने का भारत,सदा ही खुशहाल बने।

आँच न आये कभी,हर दुश्मन का काल बने।

युवा जागरूक,बच्चे होनहार,मेरा देश विश्वगुरु बने।

जब भी संकट आये,हम सब मिलकर ढाल बने।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract