For Propose Day
For Propose Day
जाने कितने दिनों से
तेरी हर बात अपने दिल में समाये बैठा हूँ
अब बस जिंदगी में एक ख्वाहिश लिए बैठा हूँ
की मेरी एक बात
तू अपने दिल में समां ले
आज वो बात कहने का दिन आया है
आज मेरे दिल को सुकून मिल जाये
या फिर दिल के टुकड़े-टुकड़े हो जाये।