बचपन-बुढ़ापा
बचपन-बुढ़ापा
बचपन में जब, हाथ-पाव काम नहीं करते हैं
तब न जाने कितने , अपने और पराये सहारे मिलते हैं
लेकिन
बुढ़ापे में जब , हाथ-पाव काम नहीं करते हैं
तब न जाने क्यू , अपने सहारे भी मुश्किल से मिलते हैं
क्यू कि
पौधे को सब कोई पसंद करते हैं
लेकिन मुरझाये झाड़ को कोई पसंद नहीं करता।