एक थकी हुई हाउसवाइफ की अभिलाषा //
एक थकी हुई हाउसवाइफ की अभिलाषा //
चाह नहीं, इस हफ्ते तुमसे मैं गुलाब कोई पाऊँ
चाह नहीं तुम चॉकलेट दो और मैं गपगप खा जाऊँ
चाह नहीं टैडीबीयर पाकर उसे शोकेस में सजाऊँ
चाह ' तुम ' लव यू ' कहो और मैं सुनकर इतराऊँ
मुझे देना वो चादर प्रिये जिसे तान मैं ,
पूरा दिन सो जाऊँ और जब भी कोई काम को बोले
मैं बहरी हो जाऊँ।
