चिड़िया रानी
चिड़िया रानी
चिड़िया रानी चिड़िया रानी
तुम हो पेड़ों की महारानी
सुबह सब से पेहले हो उटती
सब को तुम हो जगाती
ना जाने क्या वो गाती
ईधर उधर हो उड़ती
दाना चुनकर
अपने बच्चों के लिए हो लाती
शाम तक हो गुमती
रात को अपने घर पर है जाती
चु चु कर सबको सुनाती गाना
चिड़िया रानी चिड़िया रानी
तुम हो पेड़ों की महारानी।