एक मोहब्बत ऐसी भी
एक मोहब्बत ऐसी भी
तुझसे बिछड़ कर कुछ रोज तो तेरा इंतजार बहुत रहा
भूख का मसला तुझे भुलाने में मददगार बहुत रहा
इसलिए भी मोहब्बत कभी उसके हिस्से में नहीं आई
वह शख्स हर एक से रिश्ता निभाने में वफादार बहुत रहा
तुझसे बिछड़ कर कुछ रोज तो तेरा इंतजार बहुत रहा
भूख का मसला तुझे भुलाने में मददगार बहुत रहा
इसलिए भी मोहब्बत कभी उसके हिस्से में नहीं आई
वह शख्स हर एक से रिश्ता निभाने में वफादार बहुत रहा