एक ख़याल
एक ख़याल
सोचा था सब संभल जाएगा,
पर क्या पता था
ये जिंदगी मुश्किलों से भरी होगी,
उस ख्याल ने हमे ऐसा तोड़ा।
की टुकड़ों में बाटा,
एक छोटा सा खयाल।
हमें ऐसे तोड़ कर गया जैसे कुछ पता नहीं चला,
क्या गलती हुई हमसे जो हम ऐतबार कर बैठे।
जिंदगी ओर वो जख्म देते चले गए,
वो बस एक टूटा खयाल था।
जो आंखों से बह गया।।
