एक गलती
एक गलती
एक गलती भारी भी पड़ती है,
कभी गलती से होता कुछ अच्छा,
गलतियां तो इंसान ही करता है,
जो देता कभी खुशी कभी गम।
गलती से हुए बड़े बड़े अविष्कार,
गलती से ही बढ़ता है परिवार,
गलती से ही खुलता कभी कभी,
अपनी किस्मत का भी द्वार,।
गलती का रोना मत रोना, जो,
गलती हो जाती तुमसे बार बार,
एक गलती तो माफ होती है,
एक के बाद गलती नही गलत,
गलत होता है इंसान।