दुआ का बर्तन
दुआ का बर्तन
मेरे हाथ में है दुआ का बर्तन।
यह भरता जब ही है।
जब एक एक बूंद इसमें गिरती है।
एक एक बूंद की कीमत।
आपका सहयोग समझ सकता है।
जीत तब जब घड़ा भरता है।
एक प्यास जो बढ़ी है।
तृप्तआत्मा जो खड़ी है।
याद रखो हर सहयोग से।
आपकी दुआ ग्लानि से बड़ी है।
सरफ़रोश जिंदगी में दौड़ना।
किसी हार से जीत बड़ी है।