STORYMIRROR

Shruti Bawankar

Abstract

3  

Shruti Bawankar

Abstract

दोस्ती

दोस्ती

1 min
207

दोस्ती एक हसीन रिश्ता है

कुदरत का नायाब तोहफा है


चिढाते इतराते बडा सताते हैं

पर खफा हो तो यही हँसलाते है


खून के रिश्ते कभी

खून के आँसू रुलाते हैं


पर ये बेगाने फरिश्ते

जख्मों पर मरहम बन जाते हैं

ऐसे दोस्त नसीबों वाले ही पाते हैं।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract