दोस्ती
दोस्ती
हम बन जाते है दोस्त, दोस्त
बढ़ाते है दोस्ती अपनी।
एक दूजे से मिलकर करेंगे ,
पर्यावरण की रक्षा कितनी।
हम न छीनेंगे घर तुम्हारा ,
तुम भी तो दोस्ती आजमाना।
मिल बाँटकर खाएंगे हम,
जो कुछ पाएंगे रोजाना।
आज तुमने पनाह जो दी है,
उसको कैसे मैं भूलूंगी।
लोग खामख्वाह डरते हैं,
एहसान हमेशा मानूंगी।
