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Alok MS

Inspirational Others

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धर्म और सत्य

धर्म और सत्य

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संसार के लिए वजूद का सौदा कर दूं,

इतना मैं समझदार नहीं,

भीड़ के लिए असत्य को सराहूं,

इतना मैं लाचार नहीं,

घनिष्ठता न त्याग सकूँ जो धर्म के निमित्त,

ऐसे व्यर्थ मेरे संस्कार नहीं।।।


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