देवी माँ
देवी माँ
ममतामयी, करुणामयी, दयामयी हे माँ,
सोतों को जगा दे कृपा कर हे माँ।
छल, कपट, द्वेष भाव सारे हमारे मन के भाव,
लालच, घमंड और भ्रष्टाचार खत्म कर कर के वार।
ममतामयी, करुणामयी, दयामयी हे माँ,
सोतों को जगा दे कृपा कर हे माँ।
शान्ति, दया, करुणा की धार, कर निर्मल अज्ञान,
बहा दे न प्रेम की गंगा, पाट कर अहं की खान।
ममतामयी, करुणामयी, दयामयी हे माँ,
सोतों को जगा दे कृपा कर हे माँ।