देश की सत्ता
देश की सत्ता
देश की सत्ता उन हाथों में
जहां चारा तक सुरक्षित नहीं
जहां धर्म की आड़ में
चलती उनकी भी सरकारें
जिन्हें धर्म का ज्ञान नहीं
आरोपी बैठे सत्ता में
कर बैठे अपराध कई
चंबल में होते हैं बागी तो
सांसद में चोर बैठे कई।
देश की सत्ता उन हाथों में
जहां चारा तक सुरक्षित नहीं
जहां धर्म की आड़ में
चलती उनकी भी सरकारें
जिन्हें धर्म का ज्ञान नहीं
आरोपी बैठे सत्ता में
कर बैठे अपराध कई
चंबल में होते हैं बागी तो
सांसद में चोर बैठे कई।