मगर मरे नहीं है हम
मगर मरे नहीं है हम
उनसे कह दो अंबेडकर के
अनुयायी है नादान नहीं है हम
मजलूम जरूर है
लेकिन बेईमान नहीं है हम
दुश्मन अब शौर्य नहीं देखते
बलिदान के प्रमाण मांगते हैं
जो छोटी-छोटी बातें पर
मजलूमों की जान मांगते हैं
उनसे कह दो
लड़ना हम भी जानते हैं
उधम सिंह को भूल गए वो
संगत सिंह के प्रमाण मांगते हैं
गांधी याद है सबको
मगर करतार सिंह सराभा को नहीं जानते हैं