देहलीज़
देहलीज़
ज़िंदगी तो हमारी यूँ ही बीत रही थी
यूँ ही तो कट रहे थे रस्ते हमारे भी
आपने जो कदम रखे दिल की देहलीज़ पे हमारी
जन्नत क्या होती है देख ली हमने भी।
ज़िंदगी तो हमारी यूँ ही बीत रही थी
यूँ ही तो कट रहे थे रस्ते हमारे भी
आपने जो कदम रखे दिल की देहलीज़ पे हमारी
जन्नत क्या होती है देख ली हमने भी।