Ashka Surve
Drama
डिब्बा गिरा
बीच वाली बेंच से,
तालियां बजी
पीछे वाली बेंच से।
डिब्बा
याद
रास्ता
मैल
कहानी
तुम्हें बहुत कुछ बताना है तुम्हें फिर से जानना है तुम्हें बहुत कुछ बताना है तुम्हें फिर से जानना है
इस आंगन में बीता था बचपन मेरा, यही सीखा मैंने जीवन जीना इस आंगन में बीता था बचपन मेरा, यही सीखा मैंने जीवन जीना
सारे परिंदे रिहा कर दिए उसने घर आकर। खंजर की क्या मजाल, कि एक ज़ख्म कर सके, सारे परिंदे रिहा कर दिए उसने घर आकर। खंजर की क्या मजाल, कि एक ज़ख्म कर सके,
बात क्या छिपी है इस दिल में कोई बिना कहे ये कैसे जान ले बात क्या छिपी है इस दिल में कोई बिना कहे ये कैसे जान ले
आँचल में है मोह का सागर, दामन में है संसार आँचल में है मोह का सागर, दामन में है संसार
एक ख़तरनाक संकेत है क्योंकि तूफान से पहले आसमां भी, शांत रहता है एक ख़तरनाक संकेत है क्योंकि तूफान से पहले आसमां भी, शांत रहता है
मनाने की बात आई तो मुस्करा दिये मिला कुछ भी नहीं । मनाने की बात आई तो मुस्करा दिये मिला कुछ भी नहीं ।
जो किसी छत की मोहताज नहीं, खुले आसमान वाली हो, जो किसी छत की मोहताज नहीं, खुले आसमान वाली हो,
कल ही तो हम दोनों अपनी बत्तीसी को बदलकर जवान होने की बात कर रहे थे कल ही तो हम दोनों अपनी बत्तीसी को बदलकर जवान होने की बात कर रहे थे
तेरा मेरे साथ होने का वो टूट से गया है। तेरा मेरे साथ होने का वो टूट से गया है।
सोचता हूँ के क्या कमी रह गई, क्या जितना था वो काफी नहीं था। सोचता हूँ के क्या कमी रह गई, क्या जितना था वो काफी नहीं था।
बातें हैं बीते लम्हों की, जो आज भी दस्तक देती हैं, बातें हैं बीते लम्हों की, जो आज भी दस्तक देती हैं,
अब अपना रास्ता मंज़िल तक पहुंचाऊँ कैसे अब अपना रास्ता मंज़िल तक पहुंचाऊँ कैसे
एक बरस के बाद आज फिर, फिर से होली आयी है। फिर से होली आयी है। एक बरस के बाद आज फिर, फिर से होली आयी है। फिर से होली आयी है।
रंग से लिपे पुते हम भी कभी इस महफ़िल की रौनक थे। रंग से लिपे पुते हम भी कभी इस महफ़िल की रौनक थे।
हमें बिन कोई तरस बड़े सरस से होली है, रंग बरसे, रंग बरसे हमें बिन कोई तरस बड़े सरस से होली है, रंग बरसे, रंग बरसे
मोरे इश्क़ का रंग लाल पिया नैनों में बसे तेरो ख्याल। मोरे इश्क़ का रंग लाल पिया नैनों में बसे तेरो ख्याल।
मैंने उनका साथ दिया उन्होंने माँ को अपने दिल की बात बताई मैंने उनका साथ दिया उन्होंने माँ को अपने दिल की बात बताई
मेरे दिल का हर जख्म खत्म, आसमानों में बारिशों का दौर खत्म। मेरे दिल का हर जख्म खत्म, आसमानों में बारिशों का दौर खत्म।
बाहर जितना सन्नाटा पसरा होता है, चीखें अंदर उतनी ही गहरी होती है ! बाहर जितना सन्नाटा पसरा होता है, चीखें अंदर उतनी ही गहरी होती है !