दबाव से बनी जिंदगानी
दबाव से बनी जिंदगानी
कोई कहता है ये करो कोई कहता वो करो,
सफलता किसमे है पूछो तो सब पीछे हट जाते हैं।
मुझको मेरी ही जगह पर सब सही गलत ठहराते हैं,
मैं सबकी सुनता हूँ करता मन की हूँ, पता नहीं कब सफलता मिलेगी ?
कोई कहता है ये करो कोई कहता वो करो,
सफलता किसमे है पूछो तो सब पीछे हट जाते हैं।
मुझको मेरी ही जगह पर सब सही गलत ठहराते हैं,
मैं सबकी सुनता हूँ करता मन की हूँ, पता नहीं कब सफलता मिलेगी ?