चलो एक नयी शुरुआत करें
चलो एक नयी शुरुआत करें
चलो एक नयी शुरुआत करें
चलो एक फैसला आज करें
नारी के सम्मान के खातिर
विकास के चार कदम बढायें
चलो कुछ इरादा करते हैंं
चलो खुद से वादा करते हैंं
नारी शक्ति के अभिमान के लिए
ज्ञान और आदर्श का पाठ पढ़ाते हैंं
चलो नयी रचना लिखते हैं
चलो हवा से बातें करते हैं
शान्ति और धैर्य का प्रतीक बनकर
तूफ़ान का रुख मोड़ देते हैं
चलो फूलों कि रंगोली बनाते हैं
चलो मिटटी के जलते दीपक रखते हैं
नारी के शौर्य की चिंगारी से
शुभ लाभ का आगमन करते हैं
चलो पथभ्रष्ट वाले पत्थर उठाते हैं
चलो आँखों पर बंधी पट्टी खोलते हैं
नारी के प्रेम और पराक्रम का गुणगान सुनकर
आशा की किरण से मंत्र मुग्ध हो जाते हैं
चलो सारे प्रतिबन्ध तोड़ देते हैं
चलो नफरत की जंजीरों को काटते हैं
नारी के विश्वास की इज़्ज़त करते हुए
एक आस्मां लम्बी उड़ान का देते हैं
चलो बहते अश्रु को रोकते हैं
चलो खोये अरमानो को जगाते हैं
नारी को जीने का अधिकार देते हुए
उसकी मुस्कान और ख़ुशी की
वजह बन जाते हैं !