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Seema Pratap

Children Inspirational

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Seema Pratap

Children Inspirational

चलो आग लगाते हैं

चलो आग लगाते हैं

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अपने मस्तिष्क की कुरीतियों को,

आज जड़ से मिटाते हैं,

अपने को पुनः स्थापित कर,

नया स्वयं को बनाते हैं ||

चलो आग लगाते हैं


अपने भारत का आज फिर,

स्वर्णिम इतिहास लौटते हैं ,

विदेशी ताकतों को आज फिर,

एहसास दिलाते हैं,

हम क्या हैं, क्या कर सकते हैं,

आज उन्हें बतलाते हैं||

चलो आग लगाते हैं


बहुत हो चुका छुपा छुपी,

आज सामने आ जाते हैं,

एक नया समाज बनाने को,

आज मशाल जलाते हैं ||

चलो आग लगाते हैं


हम महलों में रहने वाले,

गरीबी को ठुकराते हैं,

आहिस्ता आहिस्ता तरक्की कर,

देश को नया स्वर्ग बनाते हैं ||

चलो आग लगाते हैं


रौंद कर कठिनाइयों के पत्थर,

समतल धरातल बनाते हैं,

कोई चल सके इन पर सरलता से,

ऐसी कोई सरल डगर बनाते हैं ||

चलो आग लगाते हैं


खोखले और रिक्त समाज को,

आज परिपूर्ण बनाते हैं,

अपने भारत की गौरवशाली गाथा,

नई पीढ़ी को सुनते हैं ||

चलो आग लगाते हैं


धर्मों मैं जो बंट गया है संसार,

उसे एकता का पाठ पढ़ाते हैं

,देव भूमि जो बंजर पड़ी है,

उस पर सोना उपजाते हैं ||

चलो आग लगाते हैं



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