चलना है तूझे... रुकना नहीं है।
चलना है तूझे... रुकना नहीं है।
चलना है तूझे रुकना नहीं है,
मंजिल एक दिन मिल जायेगी।
एक दिन होगा, सवेरा नया
हर मुश्किल शीश झुकायेगी।
गर्व बढना हैं,हमें अब झुकना नहीं है।
चलना है तूझे, रुकना नहीं है।।
आ समेट ले साहस में अपने,
सपने, उम्मीदें,और आशाएं,
चल इस बार यूँ, जैसे मिला हो जीवन नया,
चलते रहना है, लक्ष्य तक
राह में तूझे थकना नहीं हैं।
चलना है तूझे, रुकना नहीं है।