चला हूं मैं
चला हूं मैं
मेरे किरदार को समझना आसान नहीं,
क्योंकि हरदम सच के साथ चला हूं मैं,
लोगों को चुभा हूं,
क्योंकि हरदम आईना बन कर रहा हूं मैं ,
सूरज बन कर चमका हूं,
क्योंकि हरदम जला हूं मैं।
मैं सरल हूं, मगर साधारण नहीं,
इसलिए हरदम लोगों को खला हूं मैं।
दृढ़ हूं अपने पथ पर,
इसलिए हरदम रास्तों पर अकेला बढ़ा हूं मैं।
मेरे साथ चलना है तो कुंदन बन जाओ,
क्योंकि हरदम अग्नि पथ पर तपा हूं मै।
अंधेरों के साम्राज्य खत्म किये है,
क्योंकि हरदम उजाला बनके आगे बढ़ा हूं मैं।
मेरे सिद्धान्तो से कभी मत टकराना,
क्योंकि अपने सिद्धांतों के लिए हमेशा अडा हूं मैं।
