चिरस्मरणीय चिकित्सक
चिरस्मरणीय चिकित्सक
चिकित्साधीनों के जीवन के बरकत हैं चिकित्सक,
निडर होकर रहते चाहे रोग जितना भी हो व्यापक,
कोई भी संक्रामक महामारी हो जितना भी भयानक,
वैद्य यावज्जीवन रहते हैं प्रत्येक रोगी के जीवन रक्षक |१|
आदरणीय हैं रुग्णालय के परिचारिका परिचारक,
उनके सेहत का ध्यान रखना हैं अत्यंत आवश्यक,
समयोचित औषधि देकर बनते हैं व्याधि निरोधक,
समुचित उपचार करके बनते हैं पीड़ा के विरोधक |२|
भिषक नहीं हो सकते हैं रोगियों के सामने भावुक,
चाहे मर्ज़ हो जिनके के लिए जितना भी हानिकारक,
हर मुश्किल हालत में बनते हैं हमारे दुःख निवारक,
सभी व्यक्ति ले सकते हैं उनसे सच्चे सब्र का सबक |३|
चिरस्मरणीय रहेंगे हमारे सामाजिक स्वास्थ्य सेवक,
उनके धर्मकार्य पुण्यकार्य हेतु सदा रहेंगे नतमस्तक,
उनका जीवन-वृत्त स्वयं है निःस्वार्थ त्याग का पुस्तक,
हर कर्त्तव्यनिष्ठ वैद्य हैं विश्व के महानायिका महानायक |४|
