चैती दुर्गा
चैती दुर्गा
चैत्र शुक्ल पक्ष का हुआ सवेरा,
मैया के आशीर्वाद से मन हर्षित !
एक तेरा सहारा है भवानी अम्बे,
तेरे नाम से सारे दुख हुए लंबित !
लेकर सुख समृद्धि का वरदान,
आया वर्ष प्रतिपदा का त्यौहार !
औढ़ संस्कारों संस्कृति की चुनरी;
पवित्र पावनी मैया आई है द्वार !